PM–KUSUM योजना के तहत इन किसानों की खुल गयी किस्मत, अनुदान में मिलेंगे सोलर पम्प

PM KUSUM YOJANA: क्या वाकई किसी सरकारी योजना से किसानों की किस्मत बदल सकती है? शायद अब तक इसका जवाब हां में देना मुश्किल था। लेकिन PM KUSUM योजना ने यह कर दिखाया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिन किसानों को कभी अपने खेतों की सिंचाई के लिए डीज़ल और बिजली की चिंता सताती थी, आज वही किसान सोलर पंप से फसलें सींच रहे हैं – वो भी सरकार की मदद से, अनुदान पर।

इन राज्यों के किसान खुली किस्मत

हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में हजारों किसान इस योजना से जुड़ चुके हैं और अब उन्हें महंगी बिजली या डीज़ल का खर्च नहीं उठाना पड़ रहा। सोलर पंप की मदद से खेतों में पानी भी मिल रहा है और खर्च भी कम हो रहा है। और ये सब संभव हुआ है केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM KUSUM Yojana) की वजह से, जिसमें किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए 60% से लेकर 75% तक की सब्सिडी दी जा रही है।

हरियाणा के किसान को मिलेगा सोलर पंप

अगर आप सोच रहे हैं कि ये सब सिर्फ बातों तक ही सीमित है, तो बता दें – सिर्फ हरियाणा राज्य में 70,000 किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी देने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत 3 से 10 HP के पंप पर 75% तक अनुदान दिया जा रहा है, जिसमें से 30% केंद्र सरकार और 45% राज्य सरकार देती है। किसान को सिर्फ बाकी का 25% देना होता है।

राजस्थान में 60% तक की सब्सिडी

राजस्थान में भी इसी योजना के तहत किसानों को बड़ी राहत दी जा रही है। यहां भी 60% तक की सब्सिडी मिल रही है, और हजारों किसान इससे लाभ ले चुके हैं। अब किसान अपने खेतों को दिन में कभी भी सींच सकते हैं क्योंकि सोलर पंप सूरज की रोशनी से चलता है, बिजली पर निर्भरता नहीं रहती।

योजना का फायदा सिर्फ सिंचाई तक ही सीमित नहीं है। इससे डीजल खर्च में बचत, बिजली बिल से राहत और पर्यावरण को भी फायदा मिल रहा है। और सबसे बड़ी बात – किसान आत्मनिर्भर बन रहा है। अब वह सरकार पर नहीं, अपनी योजना और सोलर सिस्टम पर निर्भर है।

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पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana Solar Pump)

आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने इस योजना को तीन हिस्सों में बांटा है:

  • पहला – सोलर पंप पर सब्सिडी,
  • दूसरा – खाली ज़मीन पर सोलर प्लांट लगाना,
  • तीसरा – किसानों को ग्रिड से जोड़कर बिजली उत्पादन से कमाई करना।
  • लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में जो है, वो है – सोलर पंप पर अनुदान योजना।

योजना ने बदल दी किस्मत

आज कई किसानों ने इससे प्रेरणा लेकर अपने गांव में ही खेती का तरीका बदल दिया है। जैसे हरियाणा के भिवानी जिले के किसान धर्मवीर सिंह, जिन्होंने पहले सिर्फ बारिश और बिजली पर निर्भर होकर खेती करते थे। लेकिन कुसुम योजना से जुड़े और आज उनके पास सोलर पंप की सुविधा है, जिससे वो सालभर में तीन फसलें ले पा रहे हैं। उनका कहना है कि अब बिजली की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती और फसल की पैदावार में भी 30% की बढ़ोतरी हुई है।

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अगर आप भी किसान हैं और अपने खेतों की सिंचाई को लेकर परेशान हैं, तो यह योजना आपके लिए है। आप अपने राज्य की ऊर्जा विकास एजेंसी या नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क करके आवेदन प्रक्रिया जान सकते हैं। साथ ही, अब कई राज्यों ने ऑनलाइन पोर्टल शुरू कर दिए हैं, जहां से आवेदन करना और भी आसान हो गया है।

PM KUSUM योजना ने यह साबित कर दिया है कि जब सरकारी योजनाएं सही तरीके से ज़मीन पर उतरती हैं, तो बदलाव सिर्फ कागजों में नहीं, खेतों में भी दिखता है। यह योजना ना सिर्फ सस्ती सिंचाई का विकल्प है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम भी है।

Disclaimer: यह लेख सूचना आधारित है। योजना की शर्तें राज्यवार बदल सकती हैं। आवेदन करने से पहले अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित विभाग से पूरी जानकारी अवश्य प्राप्त करें।

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